जयपुर: इस बात में कोई दो राय नहीं है कि वर्तमान समय में भारत में स्वयं के स्टार्टअप बनाने और Entrepreneur बनने की एक होड़ लगी हुई है. इस रेस में अब नौजवान और वरिष्ठ सब शामिल हो चुके हैं. महिलाएं भी इसमें बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही है. एक सामान्य प्रचलित धारणा के अनुसार ऐसा माना जाता है कि जो भी कोई व्यक्ति अपना स्वयं का बिजनेस चलाना चाहता हो उसे आंकड़ों का खेल और अकाउंटिंग का बढ़िया ज्ञान होना चाहिए.
इसके अलावा ऐसी बहुत सी धारणाएं हैं जिसमें माना जाता है कि आदमी का बहुत अधिक पढ़ा लिखा होना भी होना आवश्यक है. लेकिन आज हम जिस व्यक्ति के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं वह जयपुर का एक सामान्य दुकानदार हुआ करता था. जिनका कहना है कि ‘मैं मैथ्स और अकाउंट नहीं पढ़ा हूं लेकिन मैं धंधा करना जानता हूं’.
दरअसल हम बात करने जा रहे हैं जयपुर के रहने वाले मीशो स्टार बन चुके मिस्टर खंडेलवाल के बारे में. आपको बता दें कि मिस्टर खंडेलवाल ने बेहद कम समय में मीशो के जरिए तकरीबन 60 हजार आर्डर पा लिए हैं और उनकी डिलीवरी भी कर दी है. इसके साथ ही साथ हर वक्त उनके पास ऑर्डर की एक लंबी लिस्ट लगी रहती है.
We met Mr. Khandelwal today, our most enterprising seller from Jaipur. In a short span of time, he’s built a booming business of 60k+ orders on Meesho, and currently employs more than 500 people, many of them women. “They have great work ethic”, he says, with immense pride. (1/3) pic.twitter.com/jcTU9o9jrH
— Nikita Dawda (@Nikdraws) June 21, 2022
यही कारण है कि कुछ ही समय पहले मिस्टर खंडेलवाल से मिलने हैं मीशो की सीईओ निकिता दौदा खुद पहुंची. निकिता ने भी मिस्टर खंडेलवाल के काम को बेहद सराहा और ट्विटर पर उनकी पब्लिक तारीफ भी की. निकिता का कहना है कि मिस्टर खंडेलवाल भले ही बहुत पढ़े-लिखे नहीं है लेकिन उन्हें ई-कॉमर्स क्षेत्र, एड चलाने और अपने कंपटीशन के दाम गिराने का बेहद गंभीर ज्ञान है.
मिस्टर खंडेलवाल हमेशा अपने प्रतिद्वंद्वियों से बेहतर प्राइस रखते हैं और यही कारण है कि खरीदार उनकी तरफ आकर्षित होते हैं. खास बात यह भी है कि मिस्टर खंडेलवाल इस काम के जरिए तकरीबन 500 लोगों को रोजगार मुहैया करवा रहे हैं जो किसी भी मायने में बेहद शानदार है. सबसे अच्छी बात यह है कि मिस्टर खंडेलवाल के पास काम करने वाले अधिकतर महिलाएं हैं. ऐसे में वो एक प्रकार से वुमन एंपावरमेंट पर भी जोर दे रहे हैं.