जयपुर : जयपुर दिल्ली और अजमेर हाईवे से गुजरने वाले यात्रियों के लिए एक राहत की खबर है. क्योंकि अब यहां कुछ ही समय में यहां लगभग 620 करोड़ की लागत से 18 फ्लाईओवर, 6 अंडरपास और 5 मेजर ब्रिज बनने की तैयारी शुरू हो चुकी है. इस कार्य हेतु जयपुर सड़क और परिवहन मंत्रालय ने 619 करोड रुपए मंजूर किए हैं योजना का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि अब जयपुर से दिल्ली जाने में 15 मिनट और अजमेर जाने में 30 मिनट की बचत होगी.
इसके साथ यहां दुर्घटनाओं का डर भी काफी कम होगा. आपको बता दें कि बोर्ड का कहना है कि इन सभी का निर्माण कार्य 2022 तक ही पूरा किए जाने का लक्ष्य रखा गया है. यह निर्माण कार्य पूरा होने के बाद शहर के भीतर भी लोगों को जाम से निजात मिल सकेगी जिससे समय की बचत होगी और साथ ही ईंधन भी बचेगा.
इससे पहले भी जयपुर और उसके आसपास के क्षेत्र के विकास हेतु फ्लाईओवर और अंडरपास का निर्माण किया गया था. जिनकी सफलता को देखते हुए अब बोर्ड को उत्साह है कि आने वाले समय में इनका अधिक निर्माण किया जाना शहर में जाम और समय की बचत कर सकेगा.
इससे पहले बने फ्लाइओवर बांदरसिंदरी की लागत तकरीबन 22.57 करोड रुपए और फ्लाईओवर धामी बालाजी रीको जंक्शन की लागत तकरीबन 33 करोड़ रुपए है. वहीं फ्लाईओवर गाडौता की लागत 26 करोड़ और फ्लाईओवर सांवरदा की लागत 27.5 करोड रुपए आई थी. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि यह निर्माण कार्य जल्द ही पूरा होगा और यह जयपुर के विकास में एक नई उम्मीद लेकर आएगा.
वहीं इनके निर्माण कार्य से संबंधित टेंडर और अन्य चीजों के बारे में जानकारी अब तक बोर्ड ने साझा नहीं की है. लेकिन उम्मीद की जा रही है कि इस साल निर्माण लक्ष्य को देखते हुए जल्द ही यह प्रक्रिया भी पूरी हो जाएगी. इनके निर्माण को लेकर बोर्ड में भी काफी उत्साह देखा जा रहा है और कार्य से संबंधित समस्त तैयारियां भी शुरू की जा चुकी है. यदि मौसम साथ देता है तो कुछ ही समय में यात्रियों को सुलभता प्रदान हो सकेगी.