जयपुर : देश के नक्शे में राजस्थान दिनों दिन तरक्की कर रहा है और इसी दिशा में हम आपको एक काफी अच्छी खबर सुनाने जा रहे हैं. जो कि राजस्थान की तरक्की में एक और आगे बढ़ा हुआ कदम दर्शाती है. आपको बता दें कि राजस्थान में अब भारतमाला परियोजना के तहत कोटा दर्रा मार्ग पर एक सुरंग का निर्माण किया जा रहा है जो देश की सबसे चौड़ी और पहली 8 लेन वाली सुरंग है.
बता दें कि इस सुरंग का निर्माण न्यू ऑस्ट्रेलियन मेथड से किया जा रहा है. प्रतिदिन इसमें तकरीबन 12 मीटर का काम हो रहा है. इसमें स्पेन, जर्मनी सहित कई यूरोपीय देशों से मंगवाई गई ड्रिलिंग जैसी भारी भरकम मशीनों का भी प्रयोग किया जा रहा है. इसके लिए राजस्थान में पहाड़ को 3.89 मीटर अंडर ग्राउंड और 18.15 मीटर चौड़ाई में काटते हुए तकरीबन 170 मीटर तक इस सुरंग का निर्माण किया जा चुका है.
इस में आने जाने वाली दोनों सुरंग आपस में इंटरकनेक्ट होगी ताकि किसी भी कारण से यहां जाम लगे या कोई भी दुर्घटना हो तो वाहनों को दूसरी साइड से बाईपास किया जा सके. इस विषय में प्रोजेक्ट मैनेजर राजीव पठानिया का कहना है कि सड़क में खुदाई का काम दोनों तरफ से एक साथ किया जा रहा है. एक तरफ से हम उमेदपुरा से खुदाई करते हुए आगे बढ़ रहे हैं वहीं दूसरी नयागांव से खुदाई करते हुए गति कार्य गति पकड़ रहा है.
मिली जानकारी से पता लगा है कि पहले यह सुरंग तकरीबन 3.6 किलोमीटर लंबी बनाई जानी थी. इसके Entry और Exit पर ऊंची बाउंड्री वाली दीवार के साथ डेडीकेटेड रास्ता भी बनाया जा रहा था. लेकिन बाद में इसे एनिमल पास की तरह एक सुरंग में तब्दील कर दिया गया. इसके दोनों तरफ सुरंग की लंबाई 500 मीटर बढ़ाने से अब सुरंग की लंबाई 4.9 किलोमीटर हो गई है.
यह सुरंग मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के 500 मीटर पहले से शुरू होती है और इसके खत्म होने के तकरीबन 500 मीटर बाद तक बनी है. इसकी सबसे खास बात यह है कि इसमें ऐसे सेंसर मौजूद है जो प्रदूषण बढ़ने पर एक्टिव हो जाते हैं. साथ ही यहां पशुओं के गुजरने के लिए भी अलग से रास्ते बनाए गए हैं. ऐसे में यह किसी भी प्रकार के पशु क्रूरता भी नहीं करती है.