जयपुर: जयपुर की जीवनरेखा कहे जाने वाले बीसलपुर बांध से खुशखबरी सामने आ रही है. बीसलपुर बांध अब जयपुर के साथ ही साथ अजमेर, टोंक और दोसा जिले को मार्च महीने तक पानी पिला सकेगा. मानसून की बारिश में अब तक इस बांध में 37% से अधिक पानी की मात्रा दर्ज की जा चुकी है और इसमें इजाफा होने की संभावना भी है.
जिस तरीके से पिछले कुछ समय से लगातार वर्षा हो रही है और मौसम विभाग भविष्यवाणी कर रहा है उससे और भी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है. अगर देखा जाए तो यदि अतिरिक्त वर्षा होती है तो आने वाले 2 महीने में बांध और तेजी से भर सकता है. जिससे जयपुर, दोसा, अजमेर और टोंक जिले के लोगों को पानी से संबंधित मामलों में सहूलियत मिल सकेगी.
बांध में लगातार पानी की आवक हो रही है और कैचमेंट एरिया में अच्छी बारिश के बाद त्रिवेणी नदी का गेज भी लगातार बढ़ रहा है. हालांकि जब त्रिवेणी नदी का गेज 5 मीटर पर चलेगा तब जाकर ही बीसलपुर बांध में पानी तेजी से आ पाएगा. लेकिन पिछले कुछ दिनों से बांध में पानी की आवक से फिलहाल जल संकट तो बिल्कुल टल गया है.
ऐसे में जल संसाधन और जलदाय विभाग की पानी में इजाफा होने की उम्मीदें भी बढ़ गई है. वहीं बारिश होने से पहले बांध का यह हाल था कि यहां भयानक जल संकट छाया हुआ था और जलदाय विभाग को चिंता थी कि यदि इस वर्ष मानसून की बारिश अच्छी नहीं होती है तो बीसलपुर बांध को भयंकर जल संकट का सामना करना पड़ सकता है. भीलवाड़ा में अच्छी बारिश से लगातार पानी की आवक हो रही है. जिसके कारण गोवटा बांध ओवरफ्लो हो गया.
लेकिन अब इंतजार किया जा रहा है कि बीसलपुर बांध भी जल्द ही ओवरफ्लो हो. ताकि जयपुर के साथ ही साथ टोंक, अजमेर और दौसा के लाखों लोगों को भी मार्च महीने तक पर्याप्त मात्रा में पानी मिल सके. क्योंकि राजस्थान के ये जिले कुछ ऐसे हैं कि इनकी पानी की आवश्यकताएं लगभग पूरी तरह से बीसलपुर बांध पर निर्भर है. ऐसे में यदि बीसलपुर बांध में जल संकट छाया रहता है तो यहां के जनजीवन को भी जल संकट का सामना करना पड़ता है.
जान लीजिए बांध में पानी का गणित
- बांध की कुल भराव क्षमता : 39.70 TMC
- बांध की उपयोग क्षमता : 33.15 TMC
- बांध का लेवल : 311.11 मीटर
- बांध में स्टोरेज : 14.404 TMC