जयपुर: राज्य में 1 माह तक माइनिंग विभाग (खान विभाग) की तरफ से चलाए गए अवैध खनन जांच अभियान के दौरान सबसे ज्यादा अवैध खनन और परिवहन भीलवाड़ा में पाया गया है. अवैध खनन के मामले में अब भीलवाड़ा सब को पछडा़ते हुए एक नंबर पर पहुंच चुका है और इसी वजह से यहां जुर्माने के तौर पर 1.16 करोड रुपए वसूले गए हैं. इसके साथ ही साथ यहां से 161 वाहन और मशीनें भी जब्त की गई है.
निसंदेह यह राज्य में सबसे ज्यादा है. आपको बता दें कि भीलवाड़ा में अवैध खनन के विरोध अभियान जिला कलेक्टर आशीष मोदी तथा पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू की अध्यक्षता में चलाया गया. खनिजों के अवैध खनन, निर्गमन तथा भंडारण के विरुद्ध भीलवाड़ा तथा बिजोलिया में कुल 168 प्रकरण ध्यान करके 1.16 करोड़ का जुर्माना वसूल किया गया. जिसमें 66 प्रकरणों में पुलिस रिपोर्ट दर्ज करवाई गई.
पूरे प्रदेश का रहा यह हाल:– वही इस अभियान में पूरे प्रदेश की बात करें तो साफ तौर पर खनन विभाग में खासी गड़बड़ी नजर आई. इस अभियान के दौरान प्रदेश भर में अवैध खनन और परिवहन को लेकर कुल 173 मामले थाने में दर्ज करवाए गए. इस मामले में विभिन्न दोषियों की पहचान करते हुए विभाग में तकरीबन 10.74 करोड रुपए का कुल जुर्माना वसूल किया है.
इसके साथ ही साथ खनन में उपयोग की जाने वाली तकरीबन 1385 मशीनें और अन्य वाहन जब्त किए गए. इसके अलावा विभाग ने प्रदेश भर में कुल 1503 मामले दर्ज किए जिनमें अवैध खनन, भंडारण और निर्गमन शामिल है. पूरे राज्य में महज 1 माह की कार्रवाई से यह पता चलता है कि खनन विभाग से जुड़े लोग हर माह करोड़ों रुपए के राजस्व की चपत लगाते हैं साथ ही अपनी जेब भरते हैं. यदि सुचारू रूप से प्रशासन अपना कार्य करता है तो कुछ ही समय में इस समस्या से निजात पाई जा सकती है.