जोधपुर : राजस्थान के जोधपुर की रहने वाली बेटी सुहासिनी ने नदी ब्रह्मापुत्र, सिंधु और गंगा के दुर्गम स्थानों पर राफ्टिंग अभियान को एक बार फिर पूरा करके इतिहास रचा है. तमाम मुश्किलों जैसे कि ऑक्सीजन की कमी और दुर्गम स्थानों को पूरा करते हुए सुहासिनी ने बेहद बड़ा काम किया है. क्योंकि यहां पर ऑक्सीजन की बेहद कमी होने के कारण व्यक्ति को सांस लेने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है.
और यहां बेहद खतरनाक चट्टाने मौजूद है. यही वजह है कि इस राफ्टिंग मिशन को एक बार में पूरा कर देना किसी चुनौती से कम नहीं है और इसी वजह से सुहासिनी चर्चा का विषय बन गई है. लेकिन राजस्थान की इस बहादुर बेटी ने यह कमाल काफी आसानी से कर दिखाया है.
आपको बता दें कि सुहासिनी ने इंडस कॉलिंग अभियान दल का नेतृत्व करते हुए सिंधु नदी पर अब तक का सबसे लंबा राफ्टिंग अभियान पूरा किया है. सुहासिनी का यह अभियान भारत और चाइना बॉर्डर के पास मानेसर से शुरू हुआ और यह भारत पाकिस्तान बॉर्डर पर कारगिल के पास खत्म हुआ. यह दुर्गम रास्ता इतना खतरनाक है कि यहां हर कोई जाने की हिम्मत भी नहीं कर पाता.
गजेंद्र सिंह शेखावत की पुत्री है सुहासिनी शेखावत
गौरतलब है कि सुहासिनी शेखावत केंद्र जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की बेटी है और इस विशेष उपलब्धि पर मंत्री साहब गजेंद्र सिंह शेखावत ने खुद ट्विटर के माध्यम से खुशी जताई है और इस विषय में पूरी जानकारी दी है.
गजेंद्र सिंह शेखावत के ट्वीट से साफ पता चलता है कि उन्हें अपनी बेटी के इस काम पर काफी गर्व की अनुभूति हो रही है और वह अपनी बेटी की सफलता से बेहद प्रसन्न है.
आपको बता दें कि इससे पहले सुहासिनी ने साल 2019 में 31 दिन के गंगा आमंत्रण अभियान का सफर भी किया था. और उत्तराखंड के देवप्रयाग से पश्चिम बंगाल के गंगासागर तक 2500 किलोमीटर दूरी की राफ्टिंग के जरिए यह सफर पूरा किया था. इसके बाद साल 2021 में सुहासिनी 917 किलोमीटर लंबे ब्रह्मपुत्र अभियान में शामिल हुई और उन्होंने अरुणाचल के रास्ते असम के असमरलगा तक के रास्ते को पूरा किया.