उदयपुर, राजस्थान : दिमाग के खेल शतरंज में उदयपुर के रहने वाली कियाना ने बेहद कम उम्र में बड़ा नाम कमाया है. कियाना ने अंडर 7 बालिका आयु वर्ग में देश की दूसरे नंबर की खिलाड़ी के तौर पर अपनी जगह बनाई है. साथ ही राजस्थान की वह पहली बालिका खिलाड़ी है जिसने यह बड़ा गौरव हासिल किया है.
बता दें कि विश्व शतरंज महासंघ द्वारा ताजा जारी फिडे रेटिंग लिस्ट में उदयपुर के पांच खिलाड़ियों का नाम आया है और शतरंज में राजस्थान के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी खिलाड़ी ने 6 वर्ष और 10 महीने की उम्र में विश्व शतरंज महासंघ द्वारा जारी फिडे रेटिंग लिस्ट में अपना नाम और रेटिंग हासिल की है.
गर्व की बात है कि उदयपुर की रहने वाली छोटी सी कियाना को यह गौरव मिला है. जिसके चलते कियाना अब वर्तमान में भारत की अंडर 7 बालिका आयु वर्ग में दूसरे नंबर की खिलाड़ी बन गई है. कियाना के अलावा उदयपुर के जगदीश प्रसाद कुशवाहा, मितांश साहू, यक्ष मलेशिया, दर्श राठी और ध्रुवीन जैन को भी अंतरराष्ट्रीय फिडे रेटिंग में जगह मिली है.
चेस इन लेक सिटी के अध्यक्ष राजीव भारद्वाज ने बताया कि क्लासिकल बिलो 1600 रेंटिग अंतरराष्ट्रीय ओपन शतरंज प्रतियोगिता की सफलता कुल 84 खिलाड़ियों को मिली और फिडे रेटिंग में पांच खिलाड़ी उदयपुर से हैं. इस तरह से अब उदयपुर के 300 से अधिक खिलाड़ी फिडे रेटेड बन चुके हैं.
मूल रूप से गुजरात की रहने वाली है कियाना
आपको बता दें कि उदयपुर में परिवार के साथ रहने वाली कियाना मूल रूप से गुजरात के सूरत शहर की है. उनका जन्म सूरत में ही हुआ है. लेकिन सालों से उनका परिवार उदयपुर में ही रहता है. कियाना की मां डॉ मनीष गहलोत और पिता जितेंद्र परिहार कियाना के चेस खेलने के शौक को प्रोत्साहित करते हैं.
और उनके मार्गदर्शन में ही उन्होंने चैस खेलना सिखा. कियाना के कोच विकास साहू आशान्वित है कि एक दिन वह शतरंज के खेल में ग्रैंड मास्टर की उपाधि जरूर प्राप्त करेगी. क्योंकि उसने बेहद कम उम्र में बड़ा नाम कमाया है और उम्मीद की जा सकती है कि आगे चलकर वह विश्व कीर्तिमान स्थापित करने में सफल होगी.