भारतीय रेल ने चलाई मच्छरमार ट्रेन, इन क्षेत्रों को मिलेगी बड़ी राहत- पढ़ें पूरी खबर

Mosquito Terminator Special Train (मच्छर मार स्पेशल ट्रेन): देशभर में अब मानसून के जाने के साथ ही साथ मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है. गर्मी और बारिश के बाद अब हल्की हल्की सर्दी हमारे दरवाजे पर दस्तक दे रही है और शरद ऋतु शुरू होने को है. दिन में जहां हमें चिलचिलाती गर्मी का सामना करना पड़ता है. वहीं रात्रि के समय कई इलाके काफी ठंडे हो जाते हैं. ऐसे में दिन और रात में भारी तापांतर देखा जा रहा है.

इस बदलते मौसम मिजाज की वजह से ही उत्तर भारत में इस मौसम में हर साल डेंगू और चिकनगुनिया के साथ मलेरिया का आतंक फैलता है. और इस मौसम में यह बीमारियां अपने चरम पर होती है. कई बार तो परिस्थिति ऐसी हो जाती है कि अस्पताल में डेंगू के मरीजों से ही पूरे बेड भरे होते हैं. ऐसे में मरीजों को सही इलाज भी नहीं मिल पाता.

इसलिए इस बीमारी का प्रकोप कम करने हेतु भारतीय रेल हर साल स्पेशल मच्छर मार ट्रेन का आयोजन करवाता है. ताकि विभिन्न इलाकों में इस ट्रेन के जरिए कुछ कीटनाशक का छिड़काव करने से इन बीमारियों से बचाव किया जा सके.

कुल 12 बार चलाई जानी है यह स्पेशल ट्रेन

इस साल मच्छर मार टर्मिनेटर ट्रेन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर चलाई गई है जो कि कुल 6 सप्ताह तक पटरियों पर रफ्तार भरेगी और इस दरमियान यह ट्रेन कुल 12 बार चलाई जाएगी.


बता दें कि इस रूट के दरमियान मच्छर प्रजनन को रोकने हेतु यहां विशेष कीटनाशकों का छिड़काव किया जाएगा और इसका मुख्य मकसद यही है कि ट्रेन की पटरियों के आसपास और उसके समीपस्थ इलाकों में किसी भी प्रकार की मच्छर प्रजाति को न पनपने दिया जाए.

बिना डिब्बों वाली यह ट्रेन इस प्रकार करेगी कीटनाशक का छिड़काव

बता दें कि इस ट्रेन में किसी भी प्रकार के डिब्बे नहीं है. क्योंकि यह यात्रियों के लिए नहीं है. वहीं ट्रेन पर डिब्बों के बजाय हाई प्रेशर वाले कई ट्रक खड़े हैं और इन ट्रकों का काम केवल मच्छर मार दवाई का स्प्रे करना है. बता दें कि इस दरमियान ट्रेन की रफ्तार भी महज 20 किलोमीटर प्रति घंटा की होगी.

आराम से हर क्षेत्र में तसल्ली से छिड़काव किया जा सके. ट्रेन द्वारा छिड़के जाने वाले कीटनाशक डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया फैलाने वाले विभिन्न मच्छरों को रोक पाने में सक्षम है और अगर इनका बार-बार छिड़काव किया जाता है तो इनकी वृद्धि को पूरी तरह से रोका जा सकता है.

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