राजस्थान, जयपुर:— राजस्थान राज्य सरकार प्रदेश के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की बेहतर तैयारी करने हेतु विभिन्न प्रकार की सुविधाएं पहले से ही ला चुकी है. और इसके लिए मुख्यमंत्री कोचिंग योजना का लाभ लाखों विद्यार्थी फायदा उठा रहे हैं.
इसके साथ ही अब व्यवस्था को बेहतर करने के लिए कोचिंग संस्थाओं को सुनियोजित तरीके से स्थान उपलब्ध कराने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है. इस कार्य हेतु राजस्थान आवासन मंडल अब देश का पहला ऐसा कोचिंग हब तैयार करने जा रहा है जिसमें विद्यार्थी हेतु सभी आधुनिक सुविधाएं और खुला स्थान मौजूद होगा.
इस विषय में आवासन मंडल के आयुक्त पवन अरोड़ा ने कहा है कि जयपुर के प्रतापनगर में यहां 65000 वर्ग मीटर भूमि पर व्यवस्थित तरीके से देश का पहला कोचिंग हब विकसित किया जा रहा है. जिसकी लागत तकरीबन 228 करोड़ रुपए अनुमानित है.
बनने जा रही इस कोचिंग हब में यहां प्रथम चरण में 5 संस्थानिक ब्लॉक के साथ 90 व्यवसायिक परिसर तैयार किए जाने हैं. इसके साथ ही यहां चार दिवारी और आंतरिक सड़क का विकास कार्यक्रम पूरा कराया जाएगा. और अब तक तकरीबन 100 करोड़ रुपए की लागत का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है.
पवन अरोड़ा ने कहा है कि इस परियोजना के माध्यम से यहां तकरीबन 70000 विद्यार्थी विभिन्न शैक्षणिक सुविधाओं को बेहतर तरीके से लाभ ले सकेंगे जो उनका करियर बनाने में मदद करेंगे. साथ ही यहां कोचिंग सेंटर संचालकों को भी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होने के कारण संचालन में सुविधा प्राप्त होगी.
क्या क्या होगी खासियत ?
वहीं अगर इस योजना की खासियत के बारे में बात करें तो योजना में केंद्रीय पुस्तकालय के साथ यहां साइबर लैब और मनोरंजन केंद्र के साथ जिम, हेल्थ क्लब, फूड कोर्ट और रेस्टोरेंट की व्यवस्था भी की जाएगी. इसके साथ ही यहां पर जोगिंग, साइकिलिंग और शिक्षकों समेत छात्र छात्राओं हेतु विभिन्न हॉस्टल के साथ सिक्योरिटी सर्विसेज की सुविधाएं विकसित की जा रही है.
यहां पर उन अधिकतम व्यवस्थाओं का ख्याल रखा गया है जो छात्र छात्राओं को विद्यार्थी जीवन में आवश्यक होती है. साथ ही यहां पर मनोरंजन के पहलुओं को भी ध्यान में रखते हुए विभिन्न प्रकार की व्यवस्थाएं की जा रही है.