राजस्थान में सुंदर पहाड़ नदियों और जंगलों का नजारा दिखाते हुए इनके बीच से गुजरने वाली पहली रेल लाइन कुछ ही समय में शुरू हो सकती है. पहली बार में उदयपुर–अहमदाबाद इस ब्रॉडगेज ट्रैक से जुड़ेंगे. कुल 1700 करोड़ की लागत वाला यह प्रोजेक्ट अपने आप में कई नजरों को समेटे हुए हैं और इसमें यात्रा करने वालों को एक एडवेंचर का अनुभव होगा.
इसकी आवश्यकता इसलिए भी हो गई थी क्योंकि उदयपुर से गुजरात की कनेक्टिविटी अभी भी मौजूद नहीं थी. यहां पहले मीटर गेज ( छोटी संकरी लाइन) का ट्रैक था लेकिन वह भी पिछले 6 सालों से बंद पड़ा है. उदयपुर से अहमदाबाद के बीच तकरीबन 290 किलोमीटर के इस सफर का काम पूरा किया जा चुका है. कुछ टेस्टिंग पहले भी हो चुकी है जिसके बाद छोटे-मोटे कार्य संपन्न करने के पश्चात यहां पर सुंदर नजारों की बीच रेल गाड़ी दौड़ती नजर आएगी.
आपको बता दें कि तकरीबन 6 साल पहले यहां पर मीटर गेज रेल चलती थी जो अहमदाबाद पहुंचने के लिए तकरीबन 10 घंटे का समय लेती थी. यहां पर अहम बात यह है कि उदयपुर से अहमदाबाद सड़क के रास्ते महज 5 घंटे में पहुंचा जा सकता है. ऐसे में यात्रियों की सुलभता के लिहाज हादसे यह रेल तंत्र कुछ खासा फायदेमंद नहीं था. अब यह नई ट्रेन शुरू होने के बाद उदयपुर से अहमदाबाद 5 घंटे या इससे कम समय में पहुंचा जा सकेगा.
इस ट्रेन के रास्ते में घाट सेक्शन भी काफी ज्यादा है ऐसे में यह उतार-चढ़ाव भरे रास्तों से भी गुजरेगी. इसी बीच यह ट्रेन खारवा से जावर के बीच 8 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक यह ट्रेन जंगल एरिया से भी गुजरेगी.
यह इसलिए भी अहम है क्योंकि उदयपुर शहर में प्रतिवर्ष तकरीबन 10 लाख पर्यटक आते हैं जिनमें से तकरीबन 35% पर्यटक गुजरात से आते है. लेकिन कनेक्टिविटी ना होने के कारण यात्रियों को कई बार असुविधाओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे में यह टूरिज्म को बढ़ावा भी देगा.