राजस्थान, जयपुर :— दुनिया भर में मशहूर कंपनी टाटा पावर आगामी चार-पांच सालों में राजस्थान में तकरीबन 30 हजार करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट करने की योजना बना रही है. जैसा कि हम सभी जानते हैं कि देश भर में अब इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड तेजी से बढ़ती जा रही है और इनके लिए विभिन्न स्थानों पर चार्जिंग पॉइंट लगाए जाने हैं.
यहां कंपनी की योजना प्रदेश भर में तकरीबन 10 हजार इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन लगाने की है. ऐसे में राजस्थान राज्य में कंपनी का इन्फ्राट्रक्चर निवेश के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है. गौरतलब है कि सोलर एनर्जी हेतु प्रदेश अब देश भर की पहली पसंद बन चुका है और सौर ऊर्जा के मामले में यहां करोड़ों के इन्वेस्टमेंट पहले ही किए जा चुके हैं.
ऐसे में टाटा पावर के पास अब इन्वेस्टमेंट और लोगों को रोजगार देने के लिए अन्य कई बेहतरीन योजनाएं हैं. इन्वेस्टमेंट से जहां एक तरफ और प्रदेश को कई अच्छे मौके मिल सकेंगे. वहीं यहां इलेक्ट्रिक वाहनों का परिचालन भी बढ़ेगा और लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा.
इस विषय में इन्वेस्ट राजस्थान समिट में आए कंपनी के सीईओ प्रवीर सिन्हा ने बातचीत करते हुए कहा कि पश्चिमी राजस्थान में सौर ऊर्जा का एक लाख मेगावाट का पोटेंशियल है और राजस्थान में सौर ऊर्जा देश में सबसे ज्यादा जनरेट हो सकती है. ना केवल सौर ऊर्जा बल्कि यहां पवन ऊर्जा के लिए भी अच्छा मौका है. और हमारी योजना आने वाले 5 सालों में यहां 25 से 30 हजार करोड़ रुपए के इन्वेस्टमेंट की है. जो कि 40 से 50 हजार करोड़ तक भी पहुंच सकता है.
सिन्हा ने कहा कि हम 5000 मेगावाट सोलर और रिन्यूएबल एनर्जी प्रोडक्ट लगा रहे हैं. जहां जिस तरह की हवा की स्पीड और सोलर लेवल होगा. वहां उसी तरह के पावर प्रोजेक्ट लगाए जाएंगे. और जैसलमेर और बाड़मेर समेत पश्चिमी राजस्थान के कई जगहों पर इस तरह के पावर प्रोजेक्ट लगाए जाने हैं.