राजस्थान, बूंदी :— राजस्थान के एक छोटे से ग्रामीण परिवेश को हाल ही में बड़ा सम्मान प्राप्त हुआ है. जिसके चलते मौजूदा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इसे अवार्ड देकर सम्मानित किया है जो कि वाकई एक गर्व की बात है.
बता दें कि यहां बूंदी जिले के गांव खेरूणा ने पूरे देश में एक मिशाल पेश की है. जिसके चलते इस गांव को गांधी जयंती के मौके पर राष्ट्रीय स्वच्छता अवार्ड मिला है. इस गांव को राष्ट्रीय स्वच्छ भारत मिशन के प्रथम मॉडल ओडीएफ प्लस में यहां छह बिंदुओं पर सम्मान प्राप्त हुआ है.
जिसके बाद बूंदी जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुरलीधर प्रतिहार, पंचायत समिति बूंदी विकास अधिकारी जगजीवन, स्वच्छ भारत मिशन के जिला परियोजना समन्वयक निजामुद्दीन और ग्राम पंचायत रामनगर की सरपंच बबीता बाई ने मिलकर यह अवार्ड हासिल किया है.
रामनगर बना ओडीएफ प्लस राजस्थान की पहली पंचायत
इस मौके पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुरलीधर प्रतिहार ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के द्वितीय चरण में ग्राम पंचायत रामनगर को ओडीएफ प्लस बनाया गया है. और इसके चलते रामनगर ओडीएफ प्लस राजस्थान में पहली ग्राम पंचायत है.
यहां इस मॉडल के तहत विभाग की तरफ से 6 मिनट की एक डॉक्यूमेंट्री बनाकर राजस्थान राज्य सरकार के जरिए केंद्र सरकार को भिजवाई गई थी. जिसके तहत तीन माह में टीम की एकजुटता के साथ ही यह काम हो सका. अब पूरे गांव का स्वरूप पूरी तरह से बदल चुका है. और स्वच्छ भारत मिशन के द्वितीय चरण में रामनगर ग्राम पंचायत को ओडीएफ प्लस पंचायत बनाए जाने के लिए जनवरी 2021 में चयनित किया गया था.
इस विषय में सरपंच बबीता बाई ने कहा है कि गांव की आबादी कुल 1307 लोगों पर आधारित है. इस गांव में एक राजकीय उच्च प्राथमिक स्तर का विद्यालय है. साथ ही यहां एक आंगनवाड़ी केंद्र, सहकारी भवन, मॉडल आधुनिक सामुदायिक स्वच्छता कॉन्प्लेक्स और एक मॉडल शमशान है. इस इलाके में ग्रामीणों का मुख्य पेशा कृषि, मजदूरी और पशुपालन है. लेकिन ग्रामीणों की बेहतर सोच ने गांव को पूरे देश में मिसाल बनाया है.
कचरा प्रबंधन कार्य की शुरुआत हुई खेरूणा से
इस गांव में जिला स्तरीय ठोस और तरल कचरा प्रबंधन कार्य की शुरुआत 18 मार्च 2021 को पंचायत खेरवाड़ा से हुई थी जिसके बाद टीम ने मिलकर गांव का तीन माह में पूरी तरह से स्वरूप बदल दिया.
जिला कलेक्टर ने बताया गौरव का क्षण
यहां स्वच्छ भारत मिशन के जिला परियोजना समन्वयक निजामुद्दीन की निगरानी में टीम ने ग्रामवासियों के व्यवहार में बदलाव लाते हुए गांव को राज्य में प्रथम मॉडल ओडीएफ प्लस गांव बनाया. वहीं यहां बूंदी जिला कलेक्टर रविंद्र गोस्वामी ने सम्मान को बूंदी के लिए एक गौरव की बात बताया. साथ ही उन्होंने टीम की कड़ी मेहनत को सराहनीय कदम बताया.