जयपुर के ये 5 मंदिर है देश-विदेश में प्रसिद्ध : लगा रहता है भक्तों का तांता, जानिए चमत्कारी खासियत

राजस्थान, जयपुर :— प्रदेश की राजधानी हमेशा से ही अपने चटोरे स्वाद के साथ ही साथ विरासत और महलों के लिए व्यापक रूप से जाना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं? कि इस शहर की समृद्ध संस्कृति और विरासत के साथ ही साथ ही साथ यह अपने धार्मिक स्थलों के लिए भी बेहद प्रसिद्ध है. और यहां ऐसे कई मंदिर हैं जिन्हें देखने के लिए हर साल पर्यटक जयपुर आते हैं. साथ ही इनके कई चमत्कारिक किस्से भी है. तो आइए जानते हैं जयपुर के इन मंदिरों के बारे में विस्तार से.

गढ़ गणेश मंदिर

इस मंदिर को नेहर के गणेश जी के नाम से भी जाना जाता है जो कि भगवान गणेश को समर्पित है. इस मंदिर का निर्माण सवाई जयसिंह द्वारा कराया गया था और यह राजधानी के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है.

विशेष तौर पर गणेश चतुर्थी के दरमियान यहां मंदिर में भव्य मेले का आयोजन होता है और यहां सालभर भक्तों का तांता लगा रहता है. मंदिर में मौजूद मूर्ति की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यदि इसे दूरबीन से भी देखा जाए तो इसे सिटी पैलेस के चंद्र महल से भी देखा जा सकता है.

इसी चमत्कार को देखने के लिए और भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए यहां पर्यटक आते रहते हैं. इसके पते की बात करें तो यह मंदिर नाहरगढ़ किले और जयगढ़ किले के पास ही एक पहाड़ी क्षेत्र के ब्रम्हपुरी में स्थित है.

गलताजी

जयपुर का गलता जी मंदिर भी जगत प्रसिद्ध है. यह प्राचीन मंदिर जयपुर के बाहरी इलाके में तकरीबन 10 किलोमीटर दूर खनिया बालाजी शहर में स्थित है. यह मंदिर बालाजी को समर्पित है और यहां आपको प्राकृतिक तालाब, झरने और कई पवित्र जल कुंड मिलते हैं.

जिनमें तीर्थयात्री प्राचीन काल में स्नान किया करते थे. यहां सात अलग-अलग प्रकार के धन्य और छोटे पवित्र तालाब है. जिनमें से गलताजी कुंड सबसे पवित्र माना जाता है. यहां की एक खास बात यह भी है कि यहां विशेष तालाब का पानी कभी भी पूरी तरह से नहीं सूखता है.

शिला देवी मंदिर

जयपुर के आमेर किले में स्थित यह मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है. इसका निर्माण राजा मानसिंह प्रथम ने कराया था. बताया जाता है कि यहां राजा मान सिंह के खिलाफ बंगाल में लड़ाई हारने के बाद जेसोर के राजा ने उन्हें एक काले पत्थर की पट्टियां भेंट की जिनमें उन्हें देवी दुर्गा की छवि दिखाई दी थी.

जिसके बाद से ही यहां देवी के मंदिर की स्थापना की गई थी. और विशेष तौर पर नवरात्रि के समय यहां शीला देवी मंदिर में लोग विशेष पूजा अर्चना करने और आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं. जो कि विशेष पर्यटन स्थलों में से एक है.

गोविंद देव जी मंदिर

जयपुर के गोविंद देव जी मंदिर सिटी पैलेस परिसर में है. यह जयपुर के सबसे सुंदर मंदिरों में से एक माना जाता है. जो कि भगवान कृष्ण को समर्पित है और इसका निर्माण महाराजा सवाई जयसिंह द्वारा कराया गया था.

बताया जाता है कि 1735 के समय महाराजा को यहां भगवान कृष्ण का सपना आया था. जिसके बाद ही उन्होंने इस मंदिर का निर्माण कराया. इस मंदिर की खासियत यह भी है कि इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हो चुका है. क्योंकि यहां सबसे चौड़ी सिंगल स्पैन rcc फ्लैट छत है.

तारकेश्वर महादेव मंदिर

भगवान शिव के बेहद पवित्र स्थलों में से एक जो अपने आध्यात्मिक माहौल के लिए जाना जाता है वह है तारकेश्वर महादेव मंदिर, इस मंदिर के बारे में चमत्कारी तथ्य यह है कि यह मूर्ति जमीन से ही निकली है. जिसे देखने के लिए भक्त दूर-दूर से आते हैं.

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