आप सबने पॉपुलर ब्रांड Mamaearth के बारे में तो जरूर सुना होगा जो आज के समय में घर घर के पसंद बन चुका है. आज यह लड़कियों और बच्चों की पहली पसंद बन चुका है जिसके चलते इस ब्रांड के प्रोडक्ट आपको आसानी से कहीं भी उपलब्ध हो जाते हैं. लेकिन एक समय ऐसा था जब इस मामले में जॉनसन एंड जॉनसन और हिमालया जैसी कंपनियां ही मौजूद थी.
तभी एक पति-पत्नी इस रेस में शामिल हुए और उन्होंने कॉस्मेटिक बाजार की पूरी परिभाषा ही बदल दी. आप भी इस बात से भलीभांति वाकिफ होंगे कि हम किसकी बात करने जा रहे हैं ? दरअसल हम बात करने जा रहे हैं मामा अर्थ के फाउंडर गजल और वरुण अलघ के बारे में. जिन्होंने साल 2016 में अपने ब्रांड मामा अर्थ की शुरुआत की थी.
आपको बता दें कि ग़ज़ल के पति वरुण साल 2014 तक कोका कोला में मार्केटिंग की नौकरी किया करते थे. जिसे वह पिछले 10 साल से कर रहे थे. लेकिन साल 2014 में उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ी और स्वयं का एक बिजनेस बनाने की ठानी. इसी समय वरुण और ग़ज़ल ने अपने पहले बच्चे को जन्म दिया.
खास संयोग यह रहा कि वरुण और ग़ज़ल अपना बिजनेस शुरू करना चाहते थे. साथ ही वह पहली बार माता-पिता बने थे तो वह अपने बच्चे के केयर की उत्सुकता को लेकर उसके लिए कुछ खास प्रोडक्ट प्रयोग करना चाहते थे.
इसी समय उनके दिमाग में यह खटका की बाजार में आज कोई भी कम केमिकल वाला विश्वसनीय प्रोडक्ट उपलब्ध नहीं है. हर प्रोडक्ट केमिकल से भरा है ऐसे में यदि वह बाजार में कोई ऐसा प्रोडक्ट उतारते हैं. जिसमें हानिकारक केमिकल की कमी हो तो वह बड़े बड़े ब्रांड को पटकनी दे सकते हैं.
अपनी इसी अभिलाषा से वरुण और गजल ने साल 2016 में मामा अर्थ की शुरुआत की. इस काम के लिए उन्होंने तकरीबन 25 लाख रुपए खर्च किए और उन्हें इन्वेस्ट करते हुए उन्होंने अपना खुद का एक ब्रांड लांच किया.
कम केमिकल होने और शानदार क्वालिटी की वजह से उनके सभी प्रोडक्ट मार्केट में लोगों को रास आने लगे और समय के साथ उनका बिजनेस बढ़ गया. ऐसा इसलिए भी संभव हो पाया क्योंकि भारतीय बाजार में केमिकल ना होने का दावा करने वाली मामा अर्थ चुनिंदा कंपनियों में से एक थी. जिसके बाद उन्होंने अपने ब्रांड के प्रचार प्रसार में भी अच्छा-खासा इन्वेस्टमेंट किया. जिसका नतीजा आज सबके सामने है और मामा अर्थ आज आपको घर घर में प्राप्त होगा.
नतीजन मामाअर्थ साल 2022 की पहली यूनिकॉर्न कंपनी बन कर उभरी. जिसकी कीमत वर्तमान में 1.2 बिलीयन डॉलर से भी अधिक है. आपको बता दें कि मामा अर्थ के अलावा भी गजल अलघ कई कंपनियों में अपनी दावेदारी रखती है और उन्होंने 300 से अधिक बड़ी कंपनियों में इन्वेस्ट किया हुआ है जहां से वह करोड़ों की कमाई कर रही है.