Jaipur: मौजूदा अशोक गहलोत सरकार ने प्रदेश के 22 ऐतिहासिक बावडि़यों का मूल स्वरूप वापस लौटाने कि अपनी घोषणा योजना में क्रियान्वयन कार्य शुरू कर दिया है. देश की मुख्य ऐतिहासिक बावडि़यों मूल स्वरूप वापस लौटाने में सरकार 19.43 करोड रुपए खर्च करेगी.
जो की ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण हेतु एक शानदार कदम है. साथ ही यह आने वाली पीढ़ी को बावड़ी सभ्यता से अवगत कराने के लिए भी एक प्रोत्साहन प्रयास है. आपको बता दें कि इस पुनरुद्धार कार्यक्रम में जयपुर की जगन्नाथ महादेव मंदिर बावड़ी भी शामिल है.
इसके अलावा जयपुर के आमेर स्थित पन्ना मीना कुंड और गोनेर के तालाब के पास स्थित बावड़ी का भी पुनरुद्धार होगा. इस कार्य के लिए माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 19.43 करोड़ रुपए की स्वीकृति राशि जारी कर दी है. ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि कुछ ही समय में इन बावरियों के पुनरुद्धार का कार्यक्रम पूर्ण होगा.
काम से पहले होगी फोटोग्राफी :– आपको बता दें कि इन बावडि़यों के पुनरुद्धार का काम पुरातत्व संग्रहालय विभाग की ओर से किया जाएगा. हालांकि इस काम को पूरा पर्यटन विभाग कोष की तरफ से किया जाएगा.
पुरातत्व और संग्रहालय विभाग की ओर से इस काम को शुरू करने से पहले इन बावडि़यों की फोटोग्राफी की जाएगी. इसके साथ ही बावडि़यों के पुनरुद्धार कार्यक्रम की तीसरे पक्ष से ऑडिट भी करवाई जाएगी. जिला बूंदी में इस निर्माण कार्य के लिए मॉनिटरिंग हेतु समिति का गठन भी किया गया है.
कार्यक्रम में ये बावड़ियां होगी शामिल:–
- जिला जयपुर :– गोनेर तालाब समीप स्थित बावड़ी, जगनाथ महादेव मंदिर बावड़ी और आमेर स्थित पन्ना मीना कुंड (बजट 4.95 करोड़)
- जिला दौसा :– झाझीरामपुरा बावड़ी और भांडारेज बावड़ी (बजट 4.95 करोड़)
- जिला कोटा :– बडगांव और खड़े गणेश जी की बावड़ी (बजट 1.30 करोड़)
- जिला बूंदी:– अभय नाथ बावड़ी, बोहर जी का कुंड, मीरा गेट कुंड, मालन मासी बावड़ी, अनार कली बावड़ी, पुलिस लाइन की बावड़ी, भावल्दी बावड़ी, शुक्ता बावड़ी, नागर सागर बावड़ी, मनोहर बावड़ी, क्लब बावड़ी (बजट 9.2 करोड़)
- जिला टोंक :– टोडाराय सिंह बावड़ी, सहारदा बावड़ी, बोपत सिंह, किंग्सी बावड़ी और जगनाथ बावड़ी (बजट 3.98 करोड़)