राजस्थान राज्य में जब भी निवेश की चर्चा होती है तो इसमें बड़ी हिस्सेदारी अडाणी समूह की देखने को मिलती है. राज्य में केंद्र और राज्य दोनों स्तर पर अडाणी समूह यहां कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है. जिसमें सोलर पावर एनर्जी से संबंधित प्रोजेक्ट सबसे अधिक है. लेकिन इतना ही नहीं अडाणी ग्रुप ने आने वाले 7 साल के दौरान राजस्थान के पावर एविएशन, खाद्य तेल, एलपीजी पाइपलाइन के क्षेत्र में करीब 2 लाख करोड़ का निवेश करने की योजना बनाई है.
हम आपको आज इस आगामी निवेश से संबंधित कुछ जानकारी देने जा रहे हैं–
बिजली परियोजनाएं :– अडाणी समूह प्रदेश में 20000 मेगावाट की बिजली परियोजनाएं स्थापित करने जा रहा है. यह परियोजनाएं सोलर और वायु पावर के साथ थर्मल हाइड्रो की भी है. इसके अलावा ग्रुप की ओर से 20 से अधिक पावर प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है जिनमें से कुछ परियोजनाओं का काम भी पूरा हो चुका है.
जबकि कई प्रोजेक्ट जमीन अधिग्रहण समेत विभिन्न स्टेज पर कार्यरत हैं. आपको बता दें कि यह प्रोजेक्ट मुख्य रूप से जैसलमेर और बाड़मेर में लगाए जा रहे हैं. इसके अलावा बारां के कवाई में भी 1200 मेगावाट का पावर प्रोजेक्ट स्थापित किया जा रहा है. समूह ने प्रदेश में 1000 किलोमीटर की पावर ट्रांसमिशन की लाइन बिछाई है.
- गैस :– अडाणी समूह गैस में इन्वेस्टमेंट हेतू उदयपुर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा और प्रतापगढ़ समेत पांच शहरों में पाइपलाइन बिछा रहा है.
- खाद्य तेल :– ग्रुप खाद्य तेल इन्वेस्टमेंट के मामले में भी कुछ पीछे नहीं है क्योंकि कंपनी ने फार्च्यून खाद्य तेल के लिए अलवर और बूंदी में भी मिल लगाई है.
- एविएशन :– आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने अडाणी ग्रुप को जयपुर एयरपोर्ट 50 साल की लीज पर दे दिया है और कंपनी ने इसका संचालन संभालना भी शुरू कर दिया है. जिसके बाद जयपुर एयरपोर्ट पर कई तरह के परिवर्तन भी देखने को मिल रहे हैं.
अडाणी समूह द्वारा प्रदेश में चलाई गई इन्वेस्टमेंट योजनाओं से उम्मीद की जा रही है कि यह विकास कार्यक्रमों को आगे बढ़ा सकता है इसके अलावा यह ऊर्जा के स्रोतों को बढ़ावा देगा जो अब आवश्यक है. हालांकि केंद्र सरकार पर अक्सर अडाणी समूह को फायदा पहुंचाने के भरसक प्रयास करने के भी आरोप लगते हैं जिस पर गहरी राजनीति भी अक्सर देखी जाती है.