देश के सबसे पहले नेशनल हाईवे फॉर इलेक्ट्रिक व्हीकल (National Highway for electric vehicle) पर अब ट्रायल का काम शुरू हो चुका है और परिवहन मंत्रालय समेत नीति आयोग और एनएचएआई के अधिकारी इसके लिए तैयारियों में भी जुट गए हैं. जानकारी के अनुसार 9 सितंबर से 9 अक्टूबर तक पूरे 1 महीने इसका ट्रायल होगा. जिसमे आम लोगों को भी इस ट्रायल रन में हिस्सा लेने का मौका मिल सकता है.
एनएचईवी की तरफ से गुड़गांव से जयपुर तक के लिए आम लोगों के लिए ₹100 में कार रेंट पर उपलब्ध कराई जाएगी. चालकों को बस अपने लाइसेंस ड्राइविंग लाइसेंस की कॉपी और किराया जमा कराना होगा. उसके बाद जयपुर तक की वह आराम से यात्रा कर सकते हैं. वही वापसी में जयपुर के अल्बर्ट पिंटो हॉल के पास से गुड़गांव और दिल्ली के लिए एक कार भी ली जा सकेगी.
इसके साथ ही आपको बता दें कि बीच रास्ते में एक जगह कार को चार्जिंग के लिए भी रोका जा सकेगा. डेस्टिनेशन पर पहुंचने के बाद चालक से फीडबैक फॉर्म भी भरवाया जाएगा. जिसमें चालू को अपना अनुभव, खामियां, सुझाव आदि बताने होंगे. इसी आधार पर आगे के इन्फ्राट्रक्चर में बढ़ोतरी की जाएगी.
इसी तरह 20 ई बसों को भी यात्रा के लिए चला जाएगा. ये बसें दिल्ली के इंडिया गेट से रवाना की जाएगी जो धौला कुआं होते हुए गुडगांव पहुंचेगी. जहां यात्री गुड़गांव में इफको चौक और राजीव चौक से इन बसों में सवार हो सकेंगे. इन बसों में सफर करने वाले यात्रियों से भी फीडबैक फॉर्म लिया जाएगा हालांकि सेल्फ ड्राइविंग कार का रेंट और बसों का किराया अभी तय नहीं किया गया है.
लेकिन इस विषय में अधिकारियों का कहना है कि यह काफी कम होगा और यात्रियों को यह ज्यादा महसूस नहीं होगा. आपको बता दें परिवहन मंत्रालय की तरफ से दिल्ली से जयपुर तक एन एच आई वी को ‘अटल हरित विद्युत मार्ग’ का नाम दिया गया है.
अगर सरकार की यह योजना सफल होती है तो यह परिवहन विकास के लिए एक बड़ी मिसाल बनकर साबित हो सकता है. यह इसलिए भी आवश्यक है क्योंकि दुनिया भर में बढ़ते प्रदूषण और घटते संसाधन की वजह से इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ लोगों का रुझान काफी ज्यादा बढ़ा है. पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से निजात पाने के लिए भी यही एकमात्र ऑप्शन रह गया है.