राजस्थान के कई छोटे इलाकों से अक्सर विद्यार्थी बड़ी मंजिलों को प्राप्त कर रहे हैं और यह राजस्थान के लिए बड़े ही गर्व की बात है. इसी कड़ी में जोधपुर के एक बेटे ने एक बार फिर राजस्थान को गर्व अनुभूति का मौका दिया है क्योंकि हाल ही में जोधपुर निवासी चिराग सोनी की नियुक्ति गूगल में हुई है.
आपको बता दें कि एक सामान्य परिवार में जन्मे जोधपुर के चिराग सोनी मूल रूप से ओसियां के निवासी है और उन्हें गूगल में तकरीबन 3.25 करोड़ रुपए का सालाना पैकेज ऑफर दिया गया है. चिराग सोनी पेशे से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और अब वह गूगल की असिस्टेंट टीम के साथ गूगल के हिंदी फोनेटिक वर्जन में काम करेंगे.
आपको बता दें कि चिराग सोनी ने IIT पटना से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री हासिल की. जिसके बाद उन्होंने सैमसंग रिसर्च इंस्टीट्यूट दिल्ली में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर काम किया. इसके बाद आगे की पढ़ाई करने हेतु चिराग अमेरिका चले गए और वहां से उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन से मास्टर ऑफ साइंस इन कंप्यूटेशनल लिंग्विस्टिक्स की डिग्री हासिल की.
इसी दौरान चिराग को अमेरिका की कई जानी-मानी कंपनियों से नौकरी के ऑफर आए और बाद में विश्व की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी गूगल ने उन्हें तकरीबन सवा तीन करोड़ रुपए के सालाना पैकेज पर इंजीनियर के पद पर नियुक्ति दी है. चिराग तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं और उनकी प्राथमिक शिक्षा आदर्श विद्या मंदिर ओसियां से हुई है.
जिसके बाद चिराग का परिवार जोधपुर आ गया और माध्यमिक तक की शिक्षा उन्होंने सेंट ऑस्टिन स्कूल में पूरी की. 12वीं तक की पढ़ाई चिराग ने रेजोनेंस कोटा से पूरी की और अपनी मेहनत और प्रतिभा के दम पर उन्होंने आईआईटी में सिलेक्शन हासिल किया. चिराग के गूगल में ज्वाइन करने के बाद जोधपुर पहुंचने पर उनके परिवार और दोस्तों से उनका फूल मालाओं से स्वागत किया है और पूरे परिवार को चिराग पर बेहद नाज है.