प्रदेश में लगातार बच्चों से जुड़े अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है और इसके चलते में कुछ खास कार्यवाही भी नहीं हो पाती है. जिसके चलते बाल आयोग और कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन की ओर से अब अजमेर के 2 थानों सहित प्रदेश में तकरीबन 20 जगहों पर बालमित्र थाने स्थापित किए जाने की योजना बनाई जा रही है.
आपको बता दें कि इन बालमित्र थानों में मुख्य रूप से अपराध जैसे कि दुष्कर्म के मामले, मानव तस्करी के मामले, बाल श्रम के मामले आदि से जुड़े अपराध और बच्चों को मानसिक प्रताड़ना से बचाने हेतु किया गया है. ताकि अपराध की दुनिया में बच्चे कदम नहीं रखे साथ भी किसी गिरोह का शिकार हो चुके बच्चे अपना संरक्षण कर पाए. इसके साथ ही दुष्कर्म पीड़ित बच्चियों और किशोरियों को भी अच्छा वातावरण मिल सके और वह खुलकर अपनी आवाज उठा सकें.
यहां होने जा रहा है उद्घाटन
आपको बता दें कि हाल ही में अजमेर शहर के क्रिश्चियन गंज और रामगंज थाने में दो बाल मित्र थानों का उद्घाटन किया जाने की योजना बनाई जा रही है. वहीं अजमेर रेंज आईजी रूपेंद्र सिंह, एसपी चुनाराम जाट द्वारा बाल मित्र थानों का उद्घाटन किया जाएगा. इस विशेष मौके पर राजस्थान महिला कल्याण मंडल और कैलाश जी कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के पदाधिकारी भी मौजूद होंगे.
आपको बता दें कि इन थानों कई विशेष इंतजाम किए गए हैं और इन्हें स्कूल की तरह ही माहौल देने का प्रयास किया गया है. यहां खाने-पीने की सामग्री, खेलकूद की सुविधा और पढ़ने के लिए किताबें भी रखी गई है. साथ ही थाने में मामले से संबंधित बच्चों को लेकर सिविल ड्रेस सब इंस्पेक्टर और एएसआई भी नियुक्त किए गए हैं.
ताकि बच्चे अपनी किसी भी प्रकार की दुविधा बताने में हिचकिचाएं ना. वहीं बालमित्र थानों में बच्चों के लिए दीवारों पर जीने का अधिकार, सुरक्षा का अधिकार, विकास का अधिकार, भागीदार का अधिकार सहित विभिन्न सकारात्मक स्लोगन भी लिखे गए हैं. ताकि बच्चों को बेहतर वातावरण मिल सके.और जुर्म के प्रति आवाज उठाए जाने में उन्हें फक्र महसूस हो.