जयपुर : रेलवे बोर्ड ने अब आगरा से बांदीकुई तक ट्रेक डबलिंग के काम को पूरा करने के लिए तैयारी कर ली है. इसके लिए रेलवे बोर्ड ने अब बजट भी पास कर दिया है. आपको बता दें कि इस ट्रैक को डबल करने के लिए तकरीबन 5 साल पहले सर्वे किया गया था. जिसके बाद अब 987.83 करोड रुपए की राशि स्वीकृति की गई है.
इस रूट पर डबलिंग का काम पूरा होगा. उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल अब जल्द ही इसके टेंडर प्रक्रिया भी शुरू करने जा रहा है. जिसके बाद जयपुर से आगरा का सफर अब साढ़े 4 घंटे के बजाय महज 3 घंटे में सिमट जाएगा. आपको बता दें कि ट्रेनिंग के साथ यहां इलेक्ट्रिफिकेशन का काम भी होने जा रहा है.
वर्तमान समय में जयपुर से आगरा जाने में तकरीबन साढ़े 4 घंटे से 5 घंटे का समय लगता है. लेकिन अब बताया जा रहा है कि इस ट्रैक के डबल होने के बाद यह सफर महज 3 घंटे में पूरा हो जाएगा. वही रिपोर्ट्स का कहना है कि यह तकरीबन 150 किलोमीटर लंबा डबलिंग कार्य होगा. जिसे साल 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
आगरा मंडल के सुरक्षा से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस विषय में कहा है कि इस रूट पर डबलिंग के साथ इलेक्ट्रिफिकेशन भी होने जा रहा है. वहीं 87.73 करोड रुपए एडवांस सिग्नल सिस्टम पर भी खर्च किए जाएंगे. वर्तमान समय में जयपुर से दिल्ली, अजमेर, कोटा और फुलेरा के बीच डबलिंग हो चुकी है. फुलेरा से जोधपुर के बीच भी का कार्य चल रहा है और अब इसे आगरा तक बढ़ाया जा रहा है.
मिलने जा रही है बड़ी राहत
आपको बता दें कि जयपुर से बांदीकुई के बीच डबल लाइन है लेकिन इसे आगरा तक नहीं बढ़ाया गया है. अब इसे आगरा तक तकरीबन 150 किलोमीटर में बढ़ाया जाएगा. जिससे सिंगल सुपर फास्ट एक्सप्रेस दोनों की ट्रेनों को क्रॉसिंग के दौरान रुकना नहीं पड़ेगा. इसलिए इस यात्रा में अब समय भी कम लगेगा.
पहले यहां सिंगल लाइन होने के चलते दो एक्सप्रेस गाड़ियां एक साथ आ जाने की स्थिति में एक गाड़ी को इंतजार करना पड़ता था. जिससे यात्रियों को परेशानी भी उठानी पड़ती थी. इस रूट में तकरीबन 22 स्टेशन है. जिनमें मुख्य रुप से गांधीनगर, दौसा, बांदीकुई, मंडावर, भरतपुर, अछनेरा ईदगाह समेत कई नाम शामिल है. रूट पर तकरीबन 25000 यात्री यात्रा करते हैं और क्रॉसिंग के दौरान उनका यहां अच्छा खासा समय भी बर्बाद होता है. लेकिन यह कार्य पूरा होने के बाद यात्रियों की सहूलियत कई गुना बढ़ जाएगी.