जयपुर: कोरोना महामारी के चलते कई रेलगाड़ियों के रूटीन में भारी फेरबदल देखा गया है. कुछ ट्रेन तो ऐसी भी रही जो कोरोना महामारी के बाद दोबारा कभी नहीं चली और इनके आगामी शेड्यूल का भी कुछ अता-पता नहीं है. लेकिन कुछ ट्रेनें ऐसी भी रही है जो लंबे समय बाद अब एक बार फिर पटरी पर रफ्तार भरने को तैयार है.ऐसे में अब शाही रेलगाड़ी भी एक बार फिर पटरियों पर दौड़ने को है क्योंकि इस गाड़ी से अब लंबे समय बाद ब्रेक हटने की तैयारी हो रही है.
अंदाजा लगाया जा रहा है कि अगर कार्य योजना के मुताबिक होता रहा तो सितंबर माह के अंत तक इन शाही रेलगाड़ियों को एक बार फिर चलाया जाएगा. इसीलिए अब कुछ ही समय में Palace on wheels रेलगाड़ी पटरी पर दौड़ती हुई नजर आ सकती.
गौरतलब है कि कोरोना काल के दरमियान जब लॉकडाउन हुआ तो प्लेस ऑन व्हील के पहिए भी 2020 मार्च में थम गए. जिसके बाद अब यह वापस चलने जा रही है तो विभाग समेत अब तक इसमें 200 यात्रियों ने बुकिंग भी करवा ली है. पर्यटन विभाग के चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौर की मौजूदगी में हुई बैठक में शाही रेलगाड़ी को फिर से चलाने की विभिन्न तैयारियों पर चर्चा हुई और इसकी मरम्मत संबंधित भी कई विशेष इंतजाम किए गए.
शाही महल जैसी रेलगाड़ी
आपको बता दें कि यह रेलगाड़ी एक सामान्य रेल गाड़ी नहीं है इसीलिए तो इसे दौड़ता हुआ महल कहा जाता है. यह अंदर से देखने में बिल्कुल महल जैसी है. ना केवल देखने में बल्कि इसमें वह तमाम सुविधाएं मौजूद हैं जो किसी लग्जरी महल में होती है.
अगर बात करें बेडरूम की या फिर फायर डाइनिंग रूम की तो इसकी तमाम चीजें एकदम शाही तरीके से सजाई गई है. जिसमें बैठने के बाद आप को एकदम महल का लग्जरी का अनुभव होता है. इस ट्रेन के हर कोने से राजस्थान का शाही अंदाज देखता है और इसमें आपको विभिन्न लजीज व्यंजन भी परोसे जाते हैं.
कितना है किराया ?
अगर इस ट्रेन के किराए के बारे में बातचीत करें तो आपको बता दें कि इस ट्रेन का एक फेरा 7 दिन और 8 रातों का होता है. जिसमें यात्रियों को राजस्थान के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर ले जाया जाता है. प्रत्येक बुधवार को प्लेस ऑन व्हील्स दिल्ली से चलते हुए जयपुर, सवाई माधोपुर, बूंदी, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर और आगरा होते हुए फिर से दिल्ली पहुंचती है.
आईआरसीटीसी के मुताबिक इस शाही रेलगाड़ी के 1 दिन का किराया ₹55000 है. ट्रेन में अधिकतम किराया 1.5 लाख प्रति व्यक्ति होता है. जिसमें पैसेंजर को चाय, ब्रेकफास्ट, खाना आदि भी मिलता है. अगर पैसेंजर लिकर, स्पा, लॉन्ड्री आदि सुविधाएं भी लेता है तो इसके लिए उन्हें अलग से पैसे देने पड़ते हैं.