घर में गलती से ना लगाएं ऐसा आइना, लाता है पैसों की तंगी : आज ही बदले

Vastu Shastra For Mirror :— शीशा हर घर का एक अभिन्न अंग होता है. सुबह ऑफिस अथवा स्कूल जाने पर तैयार होने से लेकर हर बार हमें शीशे की आवश्यकता पड़ती है. लेकिन क्या आप जानते हैं? ना केवल साजो सज्जा बल्कि एक शीशा हमें कई तरह से प्रभावित करता है.

घर में लगा हुआ शीशा केवल सजने संवरने का साधन ही नहीं है. बल्कि वास्तु शास्त्र में भी इसका एक बड़ा महत्व है. और वास्तु शास्त्र के अनुसार शीशा घर की शांति और वातावरण पर भी बड़ा असर डालता है. अगर यह उपयुक्त स्थान पर नहीं होता तो कई बार वास्तु दोष का कारण भी बन जाता हैं.

वहीं अगर वास्तु शास्त्र के अनुसार शीशा सही दिशा में लगा हुआ होता है तो यह खुशियों का मार्ग प्रशस्त करता है. तो आइए जानते हैं शीशे से संबंधित वास्तु शास्त्र कि कौन सी दिशा में यह सबसे अच्छा रहता है?

आज ही बाहर फेंके ऐसा शीशा

यदि आपके घर में कोई भी छोटा या बड़ा टूटा हुआ शीशा है तो तुरंत ही उसे घर से बाहर कर दीजिए. यह घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ाता है और कई बार कलह का कारण भी बन जाता है. चटका हुआ शीशा भी एक अशुभ संकेत है और ऐसे शीशे को भी तुरंत बदले.

शीशा रखने की सही दिशा

आपके घर में शीशा रखने के लिए सबसे अच्छी जगह घर की पूर्व और उत्तर दिशा होती है. यहां मां लक्ष्मी के आने के योग बनते हैं और यह माना जाता है कि इस दिशा में लगा शीशा समाज में घर के सदस्यों का मान-सम्मान भी तेजी से बढ़ाता है. साथ ही इससे सकारात्मक ऊर्जा और शांति बनी रहती है.

कैसा होना चाहिए शीशे का आकार ?

अभी यहां सबसे बड़ा प्रश्न यह भी उठता है कि जब हम घर में शीशा लगाए तो किस प्रकार का शीशा होना चाहिए? क्योंकि बाजार में आपको विभिन्न आकृतियों के शीशे प्राप्त होते हैं. तो यहां अगर वास्तु शास्त्र की माने तो घर में हमेशा चौकोर शीशा लगाना चाहिए. इसके अलावा आप जो भी शीशा लगाए वह बहुत साफ हो और उसमें आप की छवि बिल्कुल साफ नजर आनी चाहिए. ऐसे शीशे में हमें दिन की शुरुआत में ही अपना चेहरा देखकर अपने दिन की शुरुआत करनी चाहिए. नोट :— यहां दी गई समस्त जानकारी हमारे निजी विचार नहीं है बल्कि वास्तु अनुसार प्रचलित मान्यताएं हैं.

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