राजस्थान :— हाल ही में राजस्थान के जिले प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा के कुल 923 गांवों को पीने का जल उपलब्ध कराने के लिए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने कुल 1275 करोड़ रुपए की परियोजना को मंजूरी दी है. इस परियोजना के तहत जाखम बांध से जिले प्रतापगढ़ के कुल 524 गांव और माही बांध से बांसवाड़ा के 399 गांवों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए यह योजना चलाई जा रही है.
इस वृहद परियोजना को हाल ही में अतिरिक्त मुख्य सचिव जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी और भूजल डॉ सुबोध अग्रवाल की अध्यक्षता में जयपुर में हुई बैठक में स्वीकृति मिली है. जिसके तहत जाखम बांध से प्रतापगढ़ जिले के प्रतापगढ़, अरनोद और पीपलखूंट क्षेत्र में कुल 524 गांवों को अब हर घर जल उपलब्ध कराने के लिए यह योजना चलाई जा रही है.
इन गांवों और ढाणियों की होगी पेयजल समस्या का समाधान
गौरतलब है कि इस क्षेत्र विशेष के तकरीबन 1000 गांव ऐसे हैं जहां पेयजल की भारी समस्या बनी हुई है. और इसी समस्या को मद्देनजर रखते हुए अब इस परियोजना के तहत जाखम बांध से प्रतापगढ़ जिले की प्रतापगढ़ पंचायत समिति के 136, धमोतर के 106, अरनोद के 83, दलोट के 103 और सुहागपुरा पंचायत समिति के कुल 96 अर्थात् यहां जिले के कुल 524 गांवों और ढाणियों की पेयजल समस्या का समाधान किया जा रहा है.
बता दें कि इस परियोजना को साल 2053 की आबादी के हिसाब से यहां प्रति व्यक्ति पर जल मांग को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. जिसमें परियोजना के तहत जल जीवन मिशन के तहत यहां 82,525 हर घर जल कनेक्शन दिए जाने हैं.
माही बांध से मिलेगा यहां फायदा
जाखम बांध की तर्ज पर ही यहां बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ और सज्जनगढ़ पंचायत समिति के कुल 399 गांवों को माही बांध से अब पेयजल उपलब्ध कराने की योजना चल रही है. जिसके लिए कुल 211 करोड़ 60 लाख रुपए की प्रशासनिक वित्तीय मंजूरी मिली है.
इस परियोजना को साल 2051 की यहां प्रति व्यक्ति पर जल खपत को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है. जिसमें कि कुल 81 हजार से अधिक हर घर जल कनेक्शन दिए जाने हैं. बता दें कि इस परियोजना हेतु जल संसाधन विभाग द्वारा यहां 920 एमसीएफटी जल आरक्षित किया गया है.