राजस्थान, जयपुर :— राजस्थान सरकार द्वारा हाल ही में महिलाओं और बालिकाओं से संबंधित एक कल्याणकारी योजना की शुरुआत की गई है. यह राजस्थान सरकार द्वारा चलाई जाने वाली ‘उड़ान योजना’ है. जिसके तहत राजस्थान देश का पहला ऐसा राज्य बना है जहां बड़े पैमाने पर यह योजना चलाई जा रही है. इसके तहत यहां महिलाओं और बालिकाओं को निःशुल्क को सेनेटरी पैड वितरित किए जा रहे हैं. इस योजना के तहत ग्रामीण इलाकों में 280 एमएम साइज के सेनेटरी नैपकिन वितरित किए जा रहे हैं.
जिस हेतु राजस्थान की महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने विधानसभा में कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं और बालिकाओं को दिए जाने वाले निशुल्क सैनिटरी नैपकिन के आकार में कोई बदलाव नहीं किया गया है और इस योजना के तहत अब सेनेटरी नैपकिन इस्तेमाल करने वाली बालिकाओं और महिलाओं के साइज के संबंध में जो भी सुझाव आएंगे. उन पर विशेषज्ञों के साथ चर्चा के बाद निर्णय लिया जाएगा.
साथ ही ममता भूपेश ने यह कहा कि उड़ान योजना के तहत यहां वित्तीय वर्ष में 200 करोड़ बजट का प्रावधान किया गया है. और यह वर्तमान में राजस्थान के कुल 33 जिलों के कुल 60 हजार 361 आंगनवाड़ी केंद्रों पर संचालित है.
जिसके तहत आंगनवाड़ी केन्द्रों और राजकीय विद्यालयों में यहां विभिन्न आयु वर्ग की लाखों लाभार्थी इसका फायदा उठा रहे हैं. अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो यहां कुल आंगनवाड़ी केंद्रों पर 15 लाख 26 हजार 50 लाभार्थी अंकित है. इसके साथ ही साथ यहां प्रदेश के कुल 34 हजार 104 राजकीय विद्यालयों में यहां 26 लाख 48 हजार 326 लाभार्थियों को निःशुल्क सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराने की आपूर्ति के निर्देश जारी किए गए हैं. ऐसे में देश भर में राजस्थान राज्य में महिला सशक्तिकरण हेतु आवश्यक कदम बड़े स्तर पर चलाया जा रहा है और इसकी आपूर्ति हेतु पिछले साल 104 करोड़ 78 लाख 79 हजार 368 रुपए खर्च किए गए थे.