जब हम किसी यात्रा पर निकलते हैं तो सबसे पहले हम अपने बजट का ख्याल रखते हैं. क्योंकि घर से बाहर निकलना अर्थात प्रत्येक वस्तु के लिए खर्चा. ऐसे में हमारा कई बार मन करता है कि इस व्यस्त जिंदगी से थोड़ा ब्रेक लेकर कुछ आराम करें कहीं घूमने जाएं. लेकिन बजट की चिंता के चलते कई बार ऐसा संभव नहीं हो पाता.
कई बार बजट की समस्या भी नहीं होती लेकिन हम चकाचौंध वाले होटलों में पैसे बर्बाद करने के बजाय कुछ शांति चाहते हैं, आध्यात्मिकता चाहते हैं. ऐसे में यदि आप भी किसी स्थान की यात्रा करने जा रहे हैं तो हम आपको आज कुछ ऐसे आश्रमों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां रुकने के लिए आपको कोई पैसा खर्च नहीं करना है. साथ ही आपको यहां पर अच्छा खाना भी उपलब्ध हो सकेगा.
गीता भवन (ऋषिकेश ):– इस लिस्ट में सबसे पहले आश्रम गीता भवन का नाम आता है जो ऋषिकेश में स्थित है. नदी के किनारे स्थित गीता भवन में आगंतुकों के लिए ठहरने की अच्छी व्यवस्था है. इसमें एक हजार से ज्यादा कमरे हैं. यहां आयुर्वेदिक विभाग और लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध है. यहां रहने वाले मेहमानों के लिए शुद्ध शाकाहारी भोजन की व्यवस्था भी है.
आनंद आश्रम (केरल):– केरल की देहाती हरियाली के बीच स्थित इस आश्रम में हजारों लोग शांति का अनुभव करने के लिए आते हैं. यहां आप पक्षियों की चकचहाहट सुन सकेंगे जहां आपको प्रकृति का शानदार नजारा दिखाई दे. खास बात यह भी है कि इस आश्रम में आपको बेहद कम मिर्च मसाले वाला सात्विक भोजन प्राप्त होता है.
ईशा फाउंडेशन (कोयंबटूर):– आपने कई बार सोशल मीडिया पर भगवान शिव की काले रंग की मूर्ति देखी होगी. आपको बता दें कि यह मूर्ति कोयंबटूर के ईशख फाउंडेशन में स्थित है. सुंदर पहाड़ियों से गिरा यह एक शांत आध्यात्मिक केंद्र है. इस आश्रम में डारेमेट्री के स्वयंसेवी कार्यक्रमों में भाग लेने वालों के लिए फ्री ठहरने और खाने की व्यवस्था है.
भारत हेरिटेज सर्विस (ऋषि केश) :– ऋषिकेश में बसे आश्रम की अपनी एक अनूठी पहचान है. यह मन और शरीर के उपचार के लिए विशेष तौर पर जाना जाता है. आप इस आश्रम के स्वयंसेवी कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर यहां फ्री में ठहर सकते हैं साथ ही आपको स्वादिष्ट खाना भी उपलब्ध होगा. खास बात यह है कि यहां आपको कई विदेशी लोगों से मिलने का मौका भी मिलेगा. साथ ही आपको अपने कार्य के लिए सम्मान पत्र भी प्राप्त होगा.
श्री रामना आश्रम (तमिलनाडु):– तमिलनाडु की तिरुवन्नामलाई की पहाड़ियों के बीच स्थित इस आश्रम में भगवान श्री का विशालकाय मंदिर है. इस आश्रम में एक बड़ा बागीचा और एक लाइब्रेरी भी स्थित है.
यह भक्तों को ठहरने के लिए किसी प्रकार का किराया नहीं देना पड़ता साथ ही यहां पर भोजन की भी उत्तम व्यवस्था मौजूद है. लेकिन आपको यहां रुकने के लिए अपनी यात्रा के कम से कम 6 सप्ताह पहले बुकिंग करानी होती है.