जयपुर के महारानी कॉलेज प्रशासन ने लड़कियों की सुरक्षा मांग को समझते हुए इसका परमानेंट सोल्यूशन निकाला है. जिसके तहत महारानी कॉलेज की ओर से जयपुर पुलिस (निर्भया स्क्वायड) के सहयोग से ‘निर्भया–महारानी–सेल्फ डिफेंस अवेयरनेस एंड ट्रेनिंग प्रोग्राम’ की शुरुआत की गई है.
जिसके तहत कॉलेज में बालिकाओं हेतु सेल्फ डिफेंस कैंप का आयोजन किया गया जिसमें लड़कियों को मार्शल आर्ट, जूडो कराटे और इजरायल की आत्मरक्षा की तकनीकी सिखाई गई. जिसकी ट्रेनिंग में लड़कियों को सड़क पर होने वाली छेड़छाड़, घर में किसी क्रिमिनल द्वारा घुसने और किसी वाइलेंस की परिस्थिति में खुद के बचाव हेतु ट्रेनिंग दी गई.
इस विषय पर बातचीत करते हुए प्रिंसिपल मुक्ता अग्रवाल ने बताया कि इस पांच दिवसीय प्रोग्राम में लड़कियों को साइकोलॉजिकल तौर पर मजबूत बनाने की विषय वस्तु पर फोकस किया गया. यह 5 दिन का सेल्फ डिफेंस कार्यक्रम ज्वाइन करने वाली हर छात्रा को सर्टिफिकेट भी दिया गया.
इसके साथ ही महारानी कॉलेज में अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त और निर्भया स्क्वायड की नोडल अधिकारी सुनीता मीणा ने भी लड़कियों को आईपीसी की धारा 354 के बारे में और उसके संदर्भ में हुए बदलावों के बारे में जानकारी दी. आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में लड़कियों को 200 से 500 के ग्रुप में एक साथ ट्रेनिंग दी गई जिसमें हर ग्रुप को तकरीबन 2–2 घंटे तक आवश्यक चीजों से अवगत कराया गया.
जिसमें 5 दिनों तक चली इस ट्रेनिंग में तकरीबन 7000 लड़कियों को निर्भया स्क्वायड के द्वारा सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी गई. इस विषय में एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजय पाल लांबा ने कैंप में शिरकत करते हुए कहा की इस कैंप के जरिए हमारी कोशिश यही है कि लड़कियां निश्चित होकर किसी भी परिस्थिति में अपनी और अपने साथियों की रक्षा कर सकें. इस ट्रेनिंग का मुख्य लक्ष्य यही है कि लड़कियां किसी भी परिस्थिति में अपने आप को असुरक्षित ना समझे.