जयपुर:– विकास कार्यक्रमों में तेजी करते हुए सरकार अब साउंडप्रूफ हाईवे का निर्माण कर रही है. हाईवे के ऊपर से तो गाड़ी दौड़ेगी ही लेकिन इसके आसपास खूबसूरत नजारे भी नजर आएंगे. जिनमें पेड़ पौधे और वादियों का कंबीनेशन देखने को मिलेगा. इस हाइवे के चारों तरफ ऐसे नजारे निर्मित किए जाने हैं जो एक रोड ट्रिप के लिए परफेक्ट हो.
आपको बता दें कि यह मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में प्रस्तावित हाईवे है जिसका निर्माण कार्य संपन्न हो चुका है. यह भारत का पहला साउंडप्रूफ हाईवे होगा जिसकी लागत 960 करोड रुपए बताई जा रही है. बेहद भव्य और दिखने में खूबसूरत इस हाइवे पर गुजरने वाले लोग यहां रुक कर तस्वीरें खिंचवाते हैं.
यहां गाड़ियां हवा में बात करती हुई नजर आती है और सबसे खास बात जो इसे सबसे अलग बनाती है वह यह है कि इस पर हाईवे का शोर नीचे सुनाई नहीं देता है. आपको बता दें कि यह मध्य प्रदेश के सिवनी से होते हुए नागपुर की तरफ जाता है जिसकी लंबाई तकरीबन 29 किलोमीटर है.
यह हाईवे वर्तमान तकनीक और इंजीनियरिंग की एक शानदार मिशाल पेश करता है. यहां शानदार चमचमाती गाड़ियों की आवाजाही की सुविधा तो की ही गई है लेकिन हाईवे के नीचे जंगली जानवरों के गुजरने के लिए एनिमल अंडर पास भी बनाया गया है. इसलिए कहा जा सकता है कि इस हाइवे के इंजीनियरों ने जनता के सुख के अलावा जानवरों की भावनाओं का भी ख्याल रखा है.
क्यों बनाया एनिमल अंडर पास ? हाईवे पर बनी शानदार सड़क के दोनों तरफ जंगल के नजारे एक सुखद एहसास देते हैं इसके साथ ही हाईवे का 29 किलोमीटर का हिस्सा पेंच टाइगर रिजर्व के बफर जोन से होकर गुजरता है. यहां से जानवरों की आवाजाही होती है इसलिए हाईवे से गुजरने के दौरान लोगों को खतरा होने की संभावना भी बनती है इसीलिए यहां एनिमल अंडरपास की व्यवस्था की गई है.
आपको बता दें कि इसके निर्माण कार्य की जिम्मेदारी एनएचएआई को मिली थी लेकिन वन और पर्यावरण विभाग ने तब तक हाइवे के निर्माण की मंजूरी नहीं दी जब तक एनएचएआई के अधिकारियों ने वन्य प्राणियों की सुरक्षा का फुल प्रूफ प्लान नहीं बनाया.