आम किसे पसंद नहीं होते ? फलों का राजा आम एक ऐसा फल है जिसका नाम सुनते ही बच्चों से लगाकर बुड्ढों तक के मुंह में पानी आ जाता है. जब भी आमों का जिक्र होता है तो हमारे दिमाग में आमों की विभिन्न वैरायटी आ जाती है जो मुख्य रूप से गुजरात और महाराष्ट्र में पाई जाती है.
राजस्थान में आम काफी कम पाए जाते हैं. लेकिन राजस्थान के कोटा में एक ऐसी किस्म की खेती की जाती है जिसमें प्रति किलो आम की कीमत हजारों में है. आपको बता दें कि कोटा में उगाया जाने वाला यह आम इतना महंगा है कि इसके प्रति किलो की कीमत ₹20000 है.
इसका नाम ‘मिजायकी’ आम है जो मुख्य रूप से एक जापानी किस्म है. जापान में तो इसकी कीमत ढाई लाख रुपए प्रति किलो से भी ज्यादा है यानी कि भारत में इन पैसों से एक रॉयल इनफील्ड आ जाती है.
इस आम के 1 पौधे की कीमत ₹2000:- इस आम की खेती करने वाले एक किसान श्रीकिशन का कहना है कि पौधे लगाने के 1 साल बाद ही इस पर फल आने लगे और 3 साल में इस पर लगभग 10 साल आए जिनका वजन 200 ग्राम से 300 ग्राम था. शुरुआती दौर में इन आमों को घर में खाने के लिए ही काम लिया जा सका और रिश्तेदारों को भी इसका टेस्ट करवाया.
अब श्रीकिशन जी ने मिजायकी आम का एक मदर प्लांट लगाया और उन्हें एडवांस में 50 पौधों का आर्डर भी मिल चुका है. श्रीकिशन ने बताया कि यहां एक पौधा ₹2000 की एडवांस बुकिंग पर मिल रहा है. लेकिन इसकी खेती में काफी रिस्की है क्योंकि इस किस्म की खेती करने के लिए तेज धूप और पानी दोनों की आवश्यकता पड़ती है.
रेगिस्तानी इलाकों में इनकी खेती और ज्यादा रिस्की हो जाती है क्योंकि इस पौधे पर साल में एक बार फल आता है. लेकिन इस आम का न्यूट्रिशन वैल्यू काफी अच्छा होता है और इसका छिलका भी आसानी से खाया जा सकता है. कोटा के अलावा बांसवाड़ा भी आम की खेती के लिए काफी मशहूर है लेकिन यहां 2 या 5 तरह के नहीं बल्कि 50 तरह के आम की खेती की जाती है.