बोर्डिंग पास बनवाने के लिए अब नहीं देने पड़ेंगे अतिरिक्त पैसे, एयरपोर्ट काउंटर पर ऐसे करें वेब चेक-इन

एयरपोर्ट काउंटर (Airport counter) पर अब बोर्डिंग पास (Boarding pass) जारी करने के नाम पर यात्रियों से वसूले जाने वाले अतिरिक्त फीस को लेकर मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन ( ministry of civil aviation) ने अब दखलंदाजी की है. इस कार्य हेतु मिनिस्ट्री ने सभी एयरलाइन कंपनियों को एक आदेश जारी करते हुए बोर्डिंग पास जारी करने की एवज में ली जाने वाली अतिरिक्त फीस को नहीं लेने के आदेश पारित किए हैं.

दरअसल वर्तमान समय में एयरलाइंस कंपनियां ऑनलाइन टिकट जारी करने के बाद बोर्डिंग पास जनरेट करने की सुविधा भी ऑनलाइन ही देती है. इस हेतु पैसेंजर ऑनलाइन वेब check-in करवा सकता है. किसी फ्लाइट के रवाना होने के 1 से 2 घंटे पहले तक पैसेंजर को यह वेब चेक इन की सुविधा मिलती है.

लेकिन एयरपोर्ट परिसर पहुंचने से पहले यदि कोई यात्री ऑनलाइन में वेब check-in नहीं करता है तो एयरपोर्ट परिसर में वेब check-in की सुविधा के लिए ई कियोस्क लगाए गए हैं. हालांकि निर्धारित समय निकलने के बाद इन कियोस्क पर भी वेब check-in की सुविधा बंद हो जाती है.

बोर्डिंग पास जारी करने के लिए वसूलती है कंपनियां मोटा पैसा

ऑनलाइन वेब check-in का समय निकलने के बाद यदि कोई यात्री बोर्डिंग पास जनरेट नहीं कर पाता है तो उसे बाद में एयरलाइंस के काउंटर पर जाकर पास जनरेट कराना पड़ता है. इस कार्य के लिए एयरलाइन हर यात्री से 200 रुपए वसूलती है जिसे अब नहीं देने की बात कही जा रही है.

कब शुरू हुई यह व्यवस्था ?

जब कोविड का दौर शुरू हुआ तो यात्रियों और एयरलाइंस स्टाफ को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से इस सिस्टम को शुरू किया गया था. हालांकि इससे पहले इस तरह का कोई भी सिस्टम मायने नहीं रखता था.

इस सिस्टम के तहत ऑनलाइन वेब check-in करने पर यात्री को एयरपोर्ट परिसर में आने के बाद स्टाफ को टिकट हाथ में देने और उससे बोर्डिंग पास लेने की प्रक्रिया करनी पड़ती थी. लेकिन अब वह सीधे हैंड बैग अपने साथ लेकर सिक्योरिटी से क्लीयरेंस लेने के बाद प्लेन में सीधे बोर्डिंग कर सकता था.

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